चान्हो। पहलगाम आतंकवादी हमले के विरोध और जान गंवाने वाले 26 लोगों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करने के लिए अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन टांगर के मस्जिद में गांव के सभी नमाजी अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर शुक्रवार की नमाज पढ़ी। और जुम्मा की नमाज के बाद जान गवाने वाले लोगों के लिए मस्जिद के इमामा ने दुआ कराई । इस बीच अंजुमन के सदर आशिक अंसारी ने कड़ी निंदा करते हुए कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। आशिक अंसारी ने आगे कहा कि जहां हिंसा है, वहां इस्लाम की कल्पना नहीं की जा सकती, इसी तरह जहां इस्लाम है, वहां हिंसा की थोड़ी सी भी छाया नहीं पड़ सकती। इस्लाम एक ऐसा धर्म है जो मनुष्यों के बीच शांति, सद्भाव और प्रेम को बढ़ावा देता है। मैके पर मौलाना अबुल कलाम आज़ाद महबुब आलम सद्दाम हुसैन तबरेज अंसारी तौफीक अंसारी ताहिर अंसारी अतीउर रहमान कलीमुल्लाह अंसारी फरीद आलम जमसाद अंसारी शाहिद अंसारी समसाद अंसारी इरफान खान आफताब अंसारी अरमान अंसारी शहनवाज अंसारी इमरान अंसारी सोनू अंसारी मिनहाज अंसारी।असलम अंसारी और सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
