एसएसपी से मिला एनडीए का प्रतिनिधिमंडल, सरयू राय का लिखा पत्र सौंपा
मेन हेड…..
जांच के तरीके बदलने और रांची स्टाइल में काम करने की अपील की
सब हेड….
बूढ़े बुजुर्गों को जांच से हो रही परेशानी का भी जिक्र किया
जमशेदपुर। जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय के निर्देश पर एनडीए का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को पूर्वी सिंहभूम के वरीय पुलिस अधीक्षक से मिला और जमशेदपुर में दोपहिया वाहनों के अनियमित जाँच से नागरिकों को हो रही दिक्कतों के आलोक में विधायक सरयू राय द्वारा एसएसपी को लिखा पत्र सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी से कहा कि दोपहिया वाहन जाँच अभियान चलाया जा रहा है। सब्जी बाजार, लोगों के स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए सुबह शाम टहलने का स्थल आदि में जाँच अभियान चलाया जा रहा है जिससे लोग परेशान हो गए हैं। एक ही सड़क पर एक से अधिक जगहों पर वाहन जाँच किए जाने और साथ ही स्कूल के छुट्टी होने पर दोपहिया वाहन से अभिभावक बच्चों को लेकर घर लाते हैं उन्हें काफी कठिनाई हो रही है। यह भी देखा गया कि जाँच में लगे पुलिस के जवान छुप कर रहते हैं और अचानक वाहन के सामने आकर वाहन रोकते हैं जिससे दुर्घटना हो जाती है इसपर रोक लगनी चाहिए।
प्रतिनिधि मंडल ने एसएसपी से कहा कि शहर के अनेक मोहल्लों में जांच में पक्षपात बरते जाने की खबरें भी चिंताजनक हैं। इससे यातायात पुलिस की निष्पक्षता पर संदेह होता है और तुष्टिकरण की बू आती है।
प्रतिनिधिमंडल ने वरीय पुलिस अधीक्षक से आग्रह किया कि पुलिस के इस रवैये से लोगों में यह संदेश जा रहा है कि पुलिस प्रशासन सिर्फ वसूली में लगी हुई है।
प्रतिनिधिमंडल ने बूढ़े/बुजुर्ग, छोट्टे बच्चों या आपातकालीन स्थिति में निकले लोगों को मानवीय आधार पर वाहन जाँच में डील देने का आग्रह किया।
प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी से आग्रह किया कि जाँच के लिए डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग किया जाय और नियमों का उल्लंघन करने वालों का चालान उनके पते पर भेजा जाए। साथ ही रांची शहर के तर्ज पर जमशेदपुर के विभिन्न स्थलों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से जाँच किया जाय।
वरीय पुलिस अधीक्षक ने एनडीए प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरतपूर्वक सुना और उपर्युक्त सुझावों के आधार पर शीघ्र कारवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सभी स्थलों पर सीसीटीवी नहीं लगे हुए हैं जिसके कारण सीसीटीवी से जाँच करना संभव नहीं है परंतु अन्य बातों पर शीघ्र कारवाई होगी। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि यदि जाँच में अनियमितता दिखे तो सीधे उन्हें दूरभाष पर सूचित करें।
प्रतिनिधिमंडल में धर्मेन्द्र प्रसाद, अनुज चैधरी, अंजन सरकार, भीम सिंह, ललन चैहान, अमरेन्द्र मल्लिक, राकेश सिंह, शेषनाथ पाठक, तारक मुखर्जी, द्धीपल विश्वास, रंजीत आईच, संजीव सिंह, अजीत सिंह आदि मौजुद थे।