select language:

सेंटर फॉर ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च एंड मैनेजमेंट (CTRAM) द्वारा आयोजित नेशनल लॉजिस्टिक्स संगोष्ठी 2025 का भव्य आयोजन नई दिल्ली स्थित अंबेडकर भवन में हुआ।

नेशनल लॉजिस्टिक्स संगोष्ठी 2025

buzz4ai

सेंटर फॉर ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च एंड मैनेजमेंट (CTRAM) द्वारा आयोजित नेशनल लॉजिस्टिक्स संगोष्ठी 2025 का भव्य आयोजन नई दिल्ली स्थित अंबेडकर भवन में हुआ। इस प्रमुख कार्यक्रम में सरकार, उद्योग और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के वरिष्ठ विशेषज्ञों ने भाग लिया। संगोष्ठी का प्रमुख विषय भारत में लॉजिस्टिक्स के बदलते परिदृश्य पर केंद्रित रहा, जिसमें विशेष रूप से सीमेंट, ऑटोमोबाइल और कार्गो एग्रीगेशन लॉजिस्टिक्स और रेल परिवहन की हिस्सेदारी बढ़ाने पर चर्चा हुई।
कार्यक्रम का उद्घाटन रेलवे बोर्ड के सदस्य (ऑपरेशन्स एवं व्यवसाय विकास) श्री हितेन्द्र मल्होत्रा, कॉन्कॉर (CONCOR) के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक श्री संजय स्वरूप और CTRAM के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया गया। उद्घाटन सत्र में CTRAM नेतृत्व और प्रमुख अतिथियों द्वारा लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों और चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया।
उद्घाटन भाषणों में वक्ताओं ने लॉजिस्टिक्स में रेलवे की घटती हिस्सेदारी पर चिंता व्यक्त की, और इसके पीछे के कारणों जैसे वैश्विक अस्थिरता, व्यापार वातावरण में तीव्र बदलाव और उपभोक्ता व्यवहार में बदलाव पर चर्चा की। इस दौरान डिजिटल टेक्नोलॉजी, नवाचार और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देकर रेलवे की भूमिका को सशक्त बनाने के अवसरों को भी रेखांकित किया गया। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, रेलवे अवसंरचना में बड़े निवेश और एक लाख से अधिक नए वैगनों के समावेश जैसी पहलों को मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया गया।
पहला सत्र – सीमेंट लॉजिस्टिक्स:
इस सत्र में UltraTech Cement, Adani Cement, और CWC जैसे प्रमुख उद्योग प्रतिनिधियों ने सीमेंट लॉजिस्टिक्स में भविष्य की दिशा और नवाचारों पर चर्चा की। देश में 600 MTPA की उत्पादन क्षमता के साथ और मात्र 65% उपयोग दर पर कार्य कर रहे इस क्षेत्र में, सरकार की बुनियादी ढांचे पर बढ़ती पूंजीगत व्यय के कारण मांग में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई गई। रेल के माध्यम से परिवहन हिस्सेदारी को वर्तमान 10% से बढ़ाकर 25% तक ले जाना सीमेंट लॉजिस्टिक्स को अधिक कुशल और पर्यावरण-अनुकूल बनाने के लिए जरूरी बताया गया। वैगन डिज़ाइन में सुधार, LTTC अनुबंध, नीति सरलीकरण और उपभोक्ता संवाद को इस लक्ष्य की प्राप्ति में सहायक बताया गया।
दूसरा सत्र – ऑटोमोबाइल लॉजिस्टिक्स:
इस सत्र में Maruti Suzuki, SIAM, APL Logistics VASCOR और GATX India के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सत्र में ऑटोमोबाइल लॉजिस्टिक्स में बुनियादी ढांचा विकास, हरित पहल, और पहले और अंतिम मील की कनेक्टिविटी पर चर्चा हुई। SUV वाहनों की बढ़ती ऊंचाई के कारण डबल स्टैकिंग में आ रही चुनौतियों को दूर करने हेतु नए प्रकार के वैगन डिज़ाइन की आवश्यकता जताई गई। साथ ही, डेडिकेटेड ऑटो हब्स की स्थापना, कार्गो सुरक्षा, और NMG वैगन की उपलब्धता को लॉजिस्टिक्स में सुधार हेतु आवश्यक बताया गया।
तीसरा सत्र – कार्गो एग्रीगेशन और BOG:
इस सत्र में Amazon India, Nestle, AVG Logistics जैसे प्रमुख उद्योग प्रतिनिधियों ने भाग लिया। वर्ष 2021-22 में BOG में 40% हिस्सेदारी होते हुए भी रेलवे की हिस्सेदारी मात्र 6% थी, जो 2024-25 में 8% तक ही बढ़ सकी। इस सत्र में ट्रांजिट समय की विश्वसनीयता, दरों का युक्तिकरण और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स प्लानिंग की भूमिका पर चर्चा हुई। बाईमोडल टेक्नोलॉजी और डिजिटलीकरण जैसे कारकों को लॉजिस्टिक्स में गति लाने वाला प्रमुख तत्व माना गया।
निष्कर्षतः, संगोष्ठी ने यह स्पष्ट किया कि नीतिगत समन्वय, अवसंरचना विकास, डिजिटलीकरण और निजी क्षेत्र के सहयोग के माध्यम से लॉजिस्टिक्स को अधिक कुशल, पर्यावरणीय दृष्टि से अनुकूल और रेलवे-केंद्रित बनाया जा सकता है।

Leave a Comment

Recent Post

Live Cricket Update

You May Like This