पहलगाम की घटना से पूर्व सैनिकों में आक्रोश, सेना से सख्त करवाई की माँग
पूर्व सैनिक सेवा परिषद पूर्वी सिंहभूम के पदाधिकारीयों को सोशल मीडिया के माध्यम से जैसे ही पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा निर्दोष पर्यटकों की धर्म पूछ कर की गई हत्या की जानकारी मिलते ही पूरे संगठन में आक्रोश का माहौल कायम हो गया। सम्मानित सदस्यों ने अपने-अपने तरीके से भारत सरकार से यह मांग करने लगे कि अब अपने ही देश में इस तरह की घटना होने पर आर पार की लड़ाई होनी चाहिए। जिस प्रकार इजरायल अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी देश पर हमला करने से नहीं चूकता चाहे सामने वाला देश कोई भी क्यों न हो। इस प्रकार आए दिन छुप-छुप कर कायराना हमला करने वाले अधर्मी पापी आतंकवादियों को मौत के घाट उतारना बेहद जरूरी हो गया है। लौहनगरी के पूर्व सैनिक, सिविल समाज के साथ आज गोलमुरी वॉर मेमोरियल से आकाशदीप प्लाजा गोल चक्कर तक आक्रोश रैली पुतला दहन के माध्यम से अपना विरोध दर्ज किया। इस घटना में मारे गए पर्यटकों की पुण्य आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन श्रद्धांजलि दी गई। इस घटना में केवल 28 नागरिक ही नहीं मारे गए हैं बल्कि उनके ऊपर आश्रित सैकड़ो परिवार के सदस्यों की आत्मा अपने परिजनों को खोकर जीते जी मर गया है। ऐसी स्थिति में जमशेदपुर की धरती से पूर्व सैनिक एवं सिविल समाज के जिम्मेदार नागरिक भारतीय सरकार से यह मांग करते हैं कि इस घटना में संलिप्त संस्थाओं एवं उनके बुजदिल पापियों को जड़ से नष्ट किया जाए। जिससे भविष्य में कभी इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। आज का कार्यक्रम कोशिश एक मुस्कान लाने की संस्था के संस्थापक शिवशंकर सिंह के आवाह्न पर किया गया जिसमें राष्ट्र चेतन के राजीव जी सुभाष जी शामिल हुवे। जिसमें मुख्य रूप से सुशील कुमार सिंह राजीव रंजन दिनेश सिंह हंसराज सिंह महेश प्रसाद कुमार रवि उत्पल सिंह रमाशंकर काम बाबू अर्जित विश्वास संजय पाठक सत्येंद्र तिवारी कन्हैया कुमार कुंदन सिंह अशोक कुमार श्रीवास्तव रजत दे सुरेंद्र प्रसाद मौर्य संतोष कुमार सिंह संतोष दीपक आदि सैकड़ो पूर्व सैनिक एवं सिविल समाज के जिम्मेदार नागरिक शामिल हुए।