धर्मशाला। देहरा और चिंतपूर्णी बॉर्डर पर निजी संपत्ति की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में देश विरोधी नारे लिखने के मामले में पुलिस ने पंजाब के फिल्लौर से 3 युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने 25 हजार रुपए लेकर इस वारदात को अंजाम दिया था। कांगड़ा और ऊना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के चलते आरोपियों को पकड़ कर हिमाचल लाया गया है जहां चिंतपूर्णी पुलिस ने आरोपियों को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। इसके बाद कांगड़ा पुलिस आरोपियों को अपनी कस्टडी में लेकर इनको रिमांड पर लेगी। सोमवार को धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान एस.पी. कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि 29 नवम्बर को देहरा-चिंतपूर्णी बॉर्डर पर दीवारों पर देश विरोधी नारे लिखे गए थे। सीसीटीवी और अन्य साक्ष्यों के आधार पर देहरा और चिंतपूर्णी पुलिस की टीम मामले में जांच कर रही थी तथा 2 दिन पंजाब में ही आरोपियों को ट्रेस किया जा रहा था जिसके बाद 3 युवकों को फिल्लौर से इस मामले में गिरफ्तार किया गया। आरोपियों को फंडिंग किसने की थी, इस बिंदु पर भी जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि धर्मशाला में भी अक्तूबर माह में सरकारी विभाग के कार्यालय की दीवार पर इस तरह की राइटिंग हुई थी। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने भी कुछ संदिग्धों को पकड़ा था जिस पर कांगड़ा पुलिस ने दिल्ली पुलिस से भी संपर्क किया था और अब उक्त आरोपियों को पकड़ा गया है तथा धर्मशाला मामले में भी इनसे पूछताछ की जाएगी। एस.पी. कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि पालमपुर के बगोड़ा में गोलीकांड मामले में पंजाब के एक आरोपी सहित 4 कांगड़ा के आरोपी गिरफ्तार किए हैं, जिनमें एक महिला भी शामिल है। पंजाब के आरोपी के संबंधित पुलिस थाना से उसका रिकॉर्ड मांगा गया है। इसी तरह महिला का रिकॉर्ड जांचा जा रहा है जिसमें पता चला है कि उसका तलाक का केस चल रहा है। एक आरोपी हमीरपुर का है तथा एक जयसिंहपुर का जोकि वर्तमान में पालमपुर में ही रहते हैं तथा उनका पुराना रिकॉर्ड संबंधित पुलिस थानों से मांगा गया है। मामले में अन्य लोग भी संलिप्त हो सकते हैं जिसकी जांच जारी है। इस मामले में आरोपियों से 3 हथियार जिसमें देसी कट्टा भी शामिल है और जिंदा रौंद भी बरामद किए थे। देसी कट्टा पंजाब से लाया गया था। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने शिकायतकर्त्ता को अगवा करने का प्रयास किया था और गाड़ी को रोकने के लिए सड़क में पत्थर भी लगाए थे लेकिन गाड़ी न रोकने पर आरोपियों ने फायरिंग की थी।