रांची जेल में बंद शराब कारोबारी श्री योगेंद्र तिवारी द्वारा प्रभात खबर के मुख्य संपादक को फोन करके धमकी देना एवं जब इसका कड़ा विरोध सारे समाजसेवी सहित राजनीतिक दलों के व्यक्तियों ने किया तत्पश्चात सरकार के सह पर संपादकों पर फर्जी मुकदमा दायर कर हतोत्साहित करने का यह हथकंडा अपनाया गया
दुर्भाग्य है यह सरकार का जो स्वयं माइनिंग , मनी लॉन्ड्रिंग घोटाला, जमीन घोटाला में फसी हुई है यह सर्वविदित है
आज पूरे झारखंड में सरकार के सह में एक सफेदपोशो, अपराधियों का संगठित एवं सिंडिकेट होकर गिरोह चल रहा है जिसमें राजनेता, सट्टा, लॉटरी, आईपीएल खिलाने वाले लोग अवैध शराब की बिक्री करने वाले लोग बालू, पत्थर, पत्थर खनिज अवैध रूप से माइनिंग करने वाले लोग सिंडिकेट होकर थाना चलाते हैं ,अपराध करवाते हैं और जब कोई व्यक्ति इसके विरुद्ध आवाज उठाने की दुस्साहस करता है तो उसे जानलेवा हमले करने से भी पीछे नहीं हटता है
थाना में इंसाफ नहीं मिलता है उल्टे थाना प्रभारी शिकायत करने वाले के ऊपर में केस दर्ज कर समझौता का दबाव करवाते हैं यह झारखंड में बहुत ही तेजी के साथ जब से ये गवर्नमेंट बनी है तब से चल रहा है
प्रभात खबर के मुख्य संपादक को फर्जी मुकदमा में फसाना या धमकाना यह बहुत बड़ी घटना है इसी से साबित होता है की सरकार अपराधियों की सरकार बन चुकी है जिसे हर व्यक्ति को अब समझने और समझने की जरूरत है
सबों को मिलजुल कर एक मंच में आकर लोकतांत्रिक व्यवस्था को बचाने के लिए हुंकार करना होगा तभी ऐसे गुंडागर्दी करने वालों को लगाम लगेगी
योगेंद्र तिवारी को जब तक झारखंड से बाहर किसी जेल में नहीं भेजा जाएगा तब तक आम जनों को न्याय नहीं मिलेगा क्योंकि यहां रहकर वे धमक करके डरा कर साक्ष्य भी मिटा देंगे ऐसा लोगों में संदेह है