भागवत कथा का हुआ समापन , भागवत गीता पर माथा टेक महिलाए ली आशीष
आज दिनांक 17 दिसंबर 2024 दिन मंगलवार को जागर्स पार्क में 10 दिसंबर से हो रहे भागवत कथा का आज पूर्णाहुति हुईं, उक्त अवसर पर कथावाचक पंडित पवन कृष्ण गौतम ने कहा कि इस क्षेत्र की महिलाए पुरुष बड़े ही श्रद्धालु है उनका भगवान श्री कृष्ण के प्रति प्रेम अथाह है भगवान अखंड नायक श्री राधे रानी महराज के दिव्य दर्शन और उनके प्रति भक्ति के भाव से मै भी विभोर हो गया , इससे पूर्व ने भगवान श्री वामन अवतार , भगवान श्री परशुराम अवतार भगवान श्री राम अवतार भगवान श्री कृष्ण अवतार के साथ भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला के साथ गोवर्धन पूजा , गोपियों संग होली खेला गया , फिर रुक्मिणी संग विवाह कार्य संपन्न हुआ, कंश का वध हुआ , पांडवों की शिक्षा और उनके सम्राज्य स्थापित की कथाएं राजा परीक्षिति को सिंहासन के साथ उनकी भी कथा का विस्तार सुना कर लोगो के दिलों में खासकर महिलाओ के मन में प्रभु के प्रति भक्ति और भगवान के प्रति आस्था से कथा का समापन हुआ ।
कथा समाप्ति के बाद हवन कुंड में सामूहिक रूप से भगवान के स्तुति कर उन्हें प्रणाम किया गया और ॐ उच्चारण के साथ हवन संपूर्ण हुआ उसके बाद आरती हुई आरती के बाद सभी ने पंडित जी के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त किया और उन्हें ससम्मान विदाई दी गई और अगले वर्ष और धूम धाम से भागवत कथा का आयोजन करने का संकल्प लेकर पूर्णाहुति सम्पन्न हुआ इस आयोजन में मुख्य जजमान के रूप में अप्पू तिवारी, श्वेता तिवारी, विशु सिंह , एन शंकर , दिलीप केशरी, उमेश प्रसाद, दिनेश शर्मा, रामेश्वर कुमार, जय सिंह, पप्पू उपाध्याय, विद्या मिश्रा, भगवान सिंह, नवनीत पांडेय, विवेक कुमार, सूरज ओझा, समेत बस्ती की कई महिलाएं मौजूद रही ।
आज दिनांक 17 दिसंबर 2024 दिन मंगलवार को जागर्स पार्क में 10 दिसंबर से हो रहे भागवत कथा का आज पूर्णाहुति हुईं, उक्त अवसर पर कथावाचक पंडित पवन कृष्ण गौतम ने कहा कि इस क्षेत्र की महिलाए पुरुष बड़े ही श्रद्धालु है उनका भगवान श्री कृष्ण के प्रति प्रेम अथाह है भगवान अखंड नायक श्री राधे रानी महराज के दिव्य दर्शन और उनके प्रति भक्ति के भाव से मै भी विभोर हो गया , इससे पूर्व ने भगवान श्री वामन अवतार , भगवान श्री परशुराम अवतार भगवान श्री राम अवतार भगवान श्री कृष्ण अवतार के साथ भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला के साथ गोवर्धन पूजा , गोपियों संग होली खेला गया , फिर रुक्मिणी संग विवाह कार्य संपन्न हुआ, कंश का वध हुआ , पांडवों की शिक्षा और उनके सम्राज्य स्थापित की कथाएं राजा परीक्षिति को सिंहासन के साथ उनकी भी कथा का विस्तार सुना कर लोगो के दिलों में खासकर महिलाओ के मन में प्रभु के प्रति भक्ति और भगवान के प्रति आस्था से कथा का समापन हुआ ।
कथा समाप्ति के बाद हवन कुंड में सामूहिक रूप से भगवान के स्तुति कर उन्हें प्रणाम किया गया और ॐ उच्चारण के साथ हवन संपूर्ण हुआ उसके बाद आरती हुई आरती के बाद सभी ने पंडित जी के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त किया और उन्हें ससम्मान विदाई दी गई और अगले वर्ष और धूम धाम से भागवत कथा का आयोजन करने का संकल्प लेकर पूर्णाहुति सम्पन्न हुआ इस आयोजन में मुख्य जजमान के रूप में अप्पू तिवारी, श्वेता तिवारी, विशु सिंह , एन शंकर , दिलीप केशरी, उमेश प्रसाद, दिनेश शर्मा, रामेश्वर कुमार, जय सिंह, पप्पू उपाध्याय, विद्या मिश्रा, भगवान सिंह, नवनीत पांडेय, विवेक कुमार, सूरज ओझा, समेत बस्ती की कई महिलाएं मौजूद रही ।