इंपा के प्रयास से हिन्दी .मराठी गुजराती और भोजपुरी सहित एक दर्जन फिल्मों का होगा कांस में प्रर्दशन
इंपा ने रच दिया इतिहास, कांस पहली बार किसी भारतीय एसोसिएशन की होगी संगठित उपस्थिति
इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (इंपा) के प्रयासों से इस बार कांस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में पहली बार किसी भारतीय एसोसिएशन की संगठित उपस्थिति देखने को मिलने वाली है. साथ ही कांस में इस बार हिन्दी .मराठी गुजराती और भोजपुरी सहित एक दर्जन फिल्मों का प्रदर्शन भी वैश्विक मंच से होना तय हुआ है. इसकी जानकारी इंपा के अध्यक्ष अभय सिन्हा ने दी. उन्होंने बताया कि कांस फिल्म फेस्टिवल 2024 में भारतीय फिल्म उद्योग का प्रतिनिधित्व करने के लिए इंपा ने सीआईआई भारत पवेलियन, पैलेस – 1, बूथ नंबर: 24.01 में एक प्रमुख बूथ सुरक्षित किया है और इसके अलावा इंपा 19 मई, 2024 को शाम 5:00 बजे से 6:30 बजे तक भारतीय मंडप में एक सत्र की मेजबानी करेगा, जिसके बाद एक विशेष कॉकटेल पार्टी होगी। यह पहली बार है कि किसी भारतीय एसोसिएशन ने कान में संगठित उपस्थिति दर्ज कराई है।
उन्होंने कहा कि फरवरी महीने में अपने सदस्यों के लाभ के लिए कांस फिल्म महोत्सव में भाग लेने की इंपा ने अपनी योजना की घोषणा की थी. इसके बाद इंपा की दूरदर्शी परियोजना को इसके सदस्यों से सार्थक समर्थन मिला, जिसके परिणामस्वरूप एक दर्जन से अधिक फिल्में प्रीमियर फिल्में कांस में प्रदर्शित करने को चयनित की गयी है. इनमें अवनी की किस्मत (हिंदी), सुनो तो (हिंदी), टेल आॅफ राइजिंग रानी (हिंदी), बूंदी रायता (हिंदी), हमारे बारह (हिंदी), अग्निसाक्षी (भोजपुरी),काम चालू है (हिंदी), चार लुगाई ( हिंदी), क्रैब इन ए बकेट (हिंदी), माई बेस्ट फ्रेंड दादू (गुजराती), सक्षम (हिंदी), संयोग (भोजपुरी) का चयन किया गया है.
अभय सिन्हा ने बताया कि कांस को फिल्मों के लिए दुनिया के प्रमुख बाजार के रूप में मान्यता मिलने के साथ, इंपा ने हिंदी, भोजपुरी, मराठी, गुजराती, पंजाबी और अन्य क्षेत्रीय फिल्मों के लिए एक बड़े मंच की परिकल्पना की है. हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि सभी भारतीय फिल्म निमार्ता अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों तक पहुंचने के लिए हमेशा पूरी तरह से सुसज्जित रहें, जो केवल दुनिया के विभिन्न हिस्सों में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महोत्सवों के माध्यम से ही किया जा सकता है. इंपा का कांस फिल्म महोत्सव में भाग लेना एक शुरूआत है, क्योंकि भविष्य में इंपा अपनी समृद्ध, सांस्कृतिक विविधता और हमारी फिल्मों में उजागर मूल्यों के कारण अंतर्राष्ट्रीय फिल्म बाजार में एक सफलता की परिकल्पना करता है. इसके अलावा इंपा अंतर्राष्ट्रीय सदस्यों के लिए विशेष सदस्यता ऑफ़र भी प्रदान कर रहा है.
गौरतलब है कि कांस में इंपा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व इंपा के अध्यक्ष अभय सिन्हा कर रहे हैं. उनके साथ सिनियर वाईस प्रेसिडेंट सुश्री सुषमा शिरोमणि जी, वायस चेयरमैन अतुल पटेल , एफएमसी जनरल सेक्रेटरी निशांत उज्जवल अन्य सम्मानित कार्यकारी समिति के सदस्य और आईएमपीपीए सदस्य फिल्मों के प्रीमियर और प्रचार में भाग ले रहे हैं. आपको बता दें कि 1937 में स्थापित, इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (इंपा) भारत में सबसे बड़ा, सबसे पुराना और सबसे सम्मानित प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन है. इंपा का सदस्यता आधार लगभग 23000 है और पूरे भारत तथा दुनिया भर में 10000 से अधिक सक्रिय सदस्य हैं.