नई दिल्ली: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को लेकर दावे पर भारत सरकार ने एक बार फिर साफ किया है कि हमने अमेरिकी खुफिया इनपुट को गंभीरता से लिया है और जांच के लिए एक हाई लेवल कमेटी गठित की है. बुधवार को इस संबंध में विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है. MEA ने कहा, भारत-अमेरिका सुरक्षा सहयोग पर हालिया चर्चा के दौरान यूएस की तरफ से संगठित अपराधियों, बंदूक चलाने वालों, आतंकवादियों और अन्य लोगों के बीच सांठगांठ संबंधित इनपुट साझा किए जाने के बाद भारत ने एक उच्च स्तरीय जांच पैनल का गठन किया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बुधवार को भारत-अमेरिका सुरक्षा सहयोग पर मीडिया के सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा, हम पहले ही कह चुके हैं कि द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग पर चर्चा के दौरान अमेरिका ने संगठित अपराधियों, बंदूक चलाने वालों, आतंकवादियों और अन्य लोगों के बीच सांठगांठ से संबंधित कुछ इनपुट साझा किए थे. हमने यह भी संकेत दिया था कि भारत ऐसे इनपुट को गंभीरता से लेता है. क्योंकि ये चीजें हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों पर भी प्रभाव डालती हैं और संबंधित विभाग पहले से ही इस मुद्दे की जांच कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में बताया गया है कि 18 नवंबर को भारत सरकार ने मामले के सभी प्रासंगिक पहलुओं की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया है. भारत सरकार जांच कमेटी के निष्कर्षों के आधार पर जरूरी कार्रवाई करेगी.