ओरल हेल्थ के लिए सदियों पुराना नुस्खा है मिस्वाक, जानिए इसके इस्तेमाल से होने वाले फायदों के बारे में

हम सभी मुंह में मौजूद कीटाणुओं के बचाव के लिए हर रोज ब्रश करते हैं। नियमित रूप से इस्तेमाल होने वाले टूथपेस्ट को बनाने में सल्फेट सहित कई अन्य आर्टिफिशियल फ्लेवर का इस्तेमाल किया जाता है, जो आपको दांतों और मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे में यह सुनिश्चित करना बेहद महत्वपूर्ण है कि आप प्राकृतिक और सल्फेट फ्री टूथपेस्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सालों पहले लोग टूथब्रश की जगह दातुन का इस्तेमाल किया करते थें। वहीं सबसे अधिक इस्तेमाल मिस्वाक का किया जाता था। आज भी कई मिस्वाक टूथपेस्ट मिलते हैं, खासकर ओरल हेल्थ की देखभाल के लिए आयुर्वेद में चिकित्सीय रूप से इसका इस्तेमाल किया जाता है। आखिर मिस्वाक क्या है? मिस्वाक किस तरह काम करता है? आज हम आपके लिए इन सभी सवालों के उचित जवाब लेकर आए है।
पहले समझें क्या है मिस्वाक
मिस्वाक एक जंगली पेड़ है, जिसे पीलू के नाम से भी जाना जाता है। वहीं इसे अंग्रेजी में मिस्वाक को सल्वादोरो (Salvadora) कहते हैं। सालों से इसकी टहनियों को दातुन के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। खास कर यह मुस्लिम देशों में अधिक प्रचलित है। इसकी प्रॉपर्टीज इसे दांत एवं मसूड़े की सेहत के लिए बेहद खास बना देती हैं। मिस्वाक केवल दातुन के तौर पर ही नहीं, बल्कि दांत एवं मसूड़े की सेहत को बनाए रखने के लिए इस्तेमाल होने वाले अलग-अलग प्रोडक्ट्स को बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
ऐसे फायदेमंद होता है मिस्वाक
दांतों की झनझनाहट को कम करे
मिस्वाक का नियमित इस्तेमाल दांतों में होने वाली सेंसिटिविटी यानी की झनझनाहट को समय के साथ कम करने में मदद करता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार मिस्वाक दांतो के इनेमल को मजबूत बनाता है और ठंडा और गरम ड्रिंक पीने पर होने वाले झनझनाहट से राहत प्रदान करता है।
�सलाइवा प्रोडक्शन में मदद करे
पब मेड सेंट्रल के अनुसार मिस्वाक चबाने से मुंह में सलाइवा का उत्पादन बढ़ता है, जो की मुंह के अंदर के पीएच स्तर को संतुलित रखने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। सलाइवा एसिड को न्यूट्रलाइज करता है और इनेमल को प्रोटेक्ट करता है जिससे दांतों को सड़ने से बचाया जा सकता हैं।
�एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज बनाती हैं इसे खास
मिस्वाक में प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल कंपाउंड जैसे कि टेनेंट्स और फ्लेवोनॉयड पाया जाता है। यह प्रॉपर्टी मुंह में पनपने वाले हानिकारक बैक्टीरिया के ग्रोथ को रोक देती है। जिसके परिणामस्वरूप मुंह में किसी प्रकार का संक्रमण नहीं होता और आपकी सांस बिल्कुल तरोताजा रहती है।
�दातों को कैविटी से बचाता है
मिस्वाक को दांतों के सड़न से लड़ने वाला प्राकृतिक हर्ब माना जाता है। इसके इस्तेमाल सें सलाइवा के प्रोडक्शन में बढ़ावा होगा है, जिससे कि एसिड न्यूट्रलाइज रहता है और दांतों में सड़न की समस्या नहीं होती। इसके अलावा मिस्वाक में मौजूद सोडियम क्लोराइड, सोडियम बाइकार्बोनेट और कैल्सियम ऑक्साइड दांतों के इनेमल को मजबूती प्रदान करते हैं। इससे दांतों में कैविटी नहीं होती और दांत एवं मसूड़े दोनों ही स्वस्थ रहते हैं।
जानें कैसे करना है मिस्वाक का इस्तेमाल
– मिस्वाक के स्टिक की बाहरी परत को हटा दें।
– अब इसे दांतों से चबाएं ताकि यह ऊपर से फैल जाए।
– अब प्लास्टिक ब्रश की जगह मस्वाक की मदद से अपने दांत एवं मसूड़ों को ब्रश करें।

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