जमशेदपुर। जमशेदपुर शहर डेंगू के डंक से त्रस्त है. हर दिन मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. स्कूली बच्चे इसकी चपेट में आकर काल की गाल में समा रहे हैं. वहीं, जिला प्रशासन के आंकड़ों की मानें, तो 28 सितंबर तक जिले में डेंगू से सिर्फ छह लोगों की ही मौत हुई है. शहर के स्कूलों में लगातार बच्चे बीमार हो रहे हैं. स्कूल प्रबंधकों के अनुसार, अब तक तीन स्कूली बच्चों की मौत डेंगू से हो चुकी है. जिसमें जेपीएस बारीडीह, तारापोर एग्रिको और डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल का एक-एक छात्र शामिल है. डेंगू से बच्चों की हो रही लगातार मौत के बाद जमशेदपुर अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने एक एडवाइजरी जारी की है. जिसमें सभी प्राइवेट स्कूल प्रबंधकों को बताया गया है कि वे स्कूल परिसर में किसी भी कीमत पर जलजमाव नहीं होने दें. सभी बच्चों को फुल बांह की शर्ट और फुल पैंट पहनकर स्कूल आने को कहा है, ताकि डेंगू से बचाव हो सके.
सरकारी और निजी अस्पतालों के अधिकांश बेड डेंगू पीड़ितों से भरे पड़े हैं. पूर्वी सिंहभूम में शुक्रवार को डेंगू के 19 नये मरीज मिले हैं. इन मरीजों का शहर के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. जुगसलाई में चार, कदमा में पांच, बिष्टुपुर में एक, बारीडीह में दो, साकची में दो, परसुडीह में एक, बागबेड़ा में दो और पोटका प्रखंड के एक डेंगू पॉजिटिव शामिल हैं. वर्तमान में 246 लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
सिविल सर्जन डॉ. जुझार मांझी ने बताया कि स्कूलों में बच्चों को जागरूक करने के लिए एक टीम का गठन किया गया है. टीम ने अब तक नरभेराम, लोयोला, हिलटॉप, चिन्मया विद्यालय, आंध्रा मिशन, राजेंद्र विद्यालय, मोतीलाल स्कूल जाकर डेंगू को लेकर बच्चों को जागरूक कर चुकी है. डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल में एक छात्र की मौत के बाद स्कूल प्रबंधक से अभिभावकों ने शुक्रवार को मुलाकात की. इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने तय किया कि अगले एक सप्ताह तक हर दिन स्कूल में दो बार फॉगिंग होगी. इसके साथ ही अन्य स्कूलों को भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर फॉगिंग करने को कहा गया है.