झारखण्ड | एमजीएम के गायनिक वार्ड में भर्ती स्लैग रोड निवासी मालती देवी की मौत की जांच शुरू हो गई है. अधीक्षक डॉ. रवींद्र कुमार और उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी खुद इसकी जांच कर रहे हैं. जांच में डॉक्टर और नर्स की लापरवाही साबित नहीं हो पाई है. महिला के इलाज में भी लापरवाही नहीं हुई है. दोनों अधिकारियों ने उसका बीएचटी भी देखा. पल्मोनरी एम्बोलिज्म से प्रसूता की मौत होने की आशंका जताई जा रही है. हालांकि, पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है, जिसके बाद मौत की सही वजह का पता चलेगा. डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी ने बताया कि पल्मोनरी इमोजियम के कारण ही महिला का शुगर लेबल और बीपी डाउन होने लगा था. इस दौरान उसे लाइफ सेविंग सारी दवा और इंजेक्शन सही तरीके से दी गई. परिजनों का आरोप गलत है कि सुई देने के बाद महिला की मौत हुई है. बता दें कि को महिला का एमजीएम में सिजेरियन हुआ था, जिसके बाद उसने एक बच्ची को जन्म दिया था. प्रसव के पांचवें दिन उसकी मौत हो गई. परिजनों ने आरोप लगाया कि सुई लगाने के बाद मौत हुई है.
क्या है पल्मोनरी एम्बोलिज्म
पल्मोनरी एम्बोलिज्म आमतौर पर खून के थक्के के कारण होता है. इसके कारण आर्टरी ब्लॉक हो जाती है. हर मरीज में इसके लक्षण अलग-अलग होते हैं, लेकिन आमतौर पर सांस लेने में परेशानी सामान्य लक्षण है. सर्जरी के दौरान मरीजों की इसके कारण मौत तक हो सकती है.