ऑल झारखंड तेलुगु समाजम की ओर से केंद्रीय कार्यालय कदमा में बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आजाद का जयंती मनाया गया इस उपलक्ष में अध्यक्ष वाई ईश्वर राव ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों बाल गंगाधर तिलक और चंद्र शेखर आजाद भारतीय मूल्यों तथा लोकाचार में दृढ़ विश्वास रखते थे और शिक्षा तथा महिला सशक्तिकरण पर उनके विचार कई लोगों को आज भी प्रेरित करते हैं। वह एक संस्था निर्माता थे और उन्होंने कई संस्थानों को अपनी सेवाएं दीं, जिन्होंने लगातार महान काम किए। सभापति एमबी सुब्रमण्यम जी ने कहालोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ‘ स्वराज ‘ अर्थात स्व-शासन के सबसे प्रबल समर्थकों में से एक थे। उन्होंने भारत को औपनिवेशिक शासन से मुक्त कराने में अथक योगदान दिया। उनकी प्रसिद्ध पंक्ति,” स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा,” आज भी गूंजती है।ऑल झारखंड तेलुगु समाजम की ओर से केंद्रीय कार्यालय कदमा में बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आजाद का जयंती मनाया गया इस उपलक्ष में अध्यक्ष वाई ईश्वर राव ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों बाल गंगाधर तिलक और चंद्र शेखर आजाद भारतीय मूल्यों तथा लोकाचार में दृढ़ विश्वास रखते थे और शिक्षा तथा महिला सशक्तिकरण पर उनके विचार कई लोगों को आज भी प्रेरित करते हैं। वह एक संस्था निर्माता थे और उन्होंने कई संस्थानों को अपनी सेवाएं दीं, जिन्होंने लगातार महान काम किए। सभापति एमबी सुब्रमण्यम जी ने कहा लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ‘ स्वराज ‘ अर्थात स्व-शासन के सबसे प्रबल समर्थकों में से एक थे। उन्होंने भारत को औपनिवेशिक शासन से मुक्त कराने में अथक योगदान दिया। उनकी प्रसिद्ध पंक्ति,” स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा,” आज भी गूंजती है। महासचिव यल नागेश्वर राव ने कहाबाल गंगाधर तिलक को आधुनिक भारत का वास्तुकार कहा जाता है। वह भारत के लिए स्वराज के नियम के प्रमुख समर्थक थे। किस उपलक्ष में चंद्रशेखर राव ,जानकी राम, यम जगदीश राव ,यम ईश्वर राव ,यस प्रसाद राव ,कमल कुमार ,शेखर राव ,प्रह्लाद राव, भोगेंद्र राव ,वेंकट राव ,कृष्णा राव शामिल थे