राँची। ओडिशा में वर्ष 2022 में हुई 4 करोड़ रुपये की ठगी मामले की जांच अब झारखण्ड तक पहुंच गयी है।
ओडिशा पुलिस की क्राइम ब्रांच, सीआईडी और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) अब यह पता लगाने में जुटी है कि ठगी के पैसे झारखण्ड में कहां निवेश किये गये, पुलिस ने पिछले दिनों इस केस के अभियुक्तों तनवीर नाजरी, अमर दानिश, निशांत प्रकाश जायसवाल और मोहम्मद अब्दुल हसनैन के नाम पर झारखण्ड में खरीदी गयी संपत्तियों की जानकारी मांगी है। इस संस्था के जरिये सौर जागरूकता कार्यक्रम में एलईडी बल्ब बेचने और छू लूं आसमान कार्यक्रम में स्कूली छात्रों को प्रीमैट्रिक छात्रवृत्ति देने के नाम पर आमजनता और अभिभावकों से ठगी की गयी थी। करीब 3,500 लोगों से 4 करोड़ रुपये ठगे और अपने सभी दफ्तर बंद कर फरार हो गये।