धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत 399 जनजातीय बहुल गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, सड़क, आजीविका आदि पर काम किया जा रहा है । इस अभियान के तहत पहले चरण में एक और जहां आवासहीनों के लिए आवास की स्वीकृति दी जा रही, वहीं छात्रावास का निर्माण एवं सौंदर्यीकरण, आंगनबाड़ी केन्दों का निर्माण कराया जा रहा है । साथ ही जनजाति बहुल क्षेत्र में ट्राइबल मल्टीपर्पस मार्केटिंग सेंटर और मल्टी पर्पस सेंटर का निर्माण भी प्रस्तावित है ।
इस योजना के तहत पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत 12 आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण कराया जाना है जिनमें धालभूमगढ़ प्रखंड के अर्जूनबेड़ा-1, धातकीडीह, नामोसोल, आमबगान, जान्हेघुटु, बांधघुटु तथा डुमरिया प्रखंड अंतर्गत पारसीगाजर, कलियामकोचा, सिरकाडीह, रायसनबेड़ा, दामड़ीदाही, बोमोरपानी केन्द्र प्रमुख हैं । उक्त सभी केन्द्रों के लिए भूमि चयनित है तथा टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है और इसी माह से निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।
नामोसोल केन्द्र की सेविका चंचला किस्कू ने नए आंगनबाड़ी केन्द्र के निर्माण को लेकर खुशी जताते हुए कहा कि यहां आंगनबाड़ी केन्द्र नहीं होने से निकटतम सिंहपुरा आंगनबाड़ी में बच्चों को जाना पड़ता था। अब नए केन्द्र के निर्माण से ग्रामीणों तथा हमें भी सहूलियत होगी, पोषाहार को बेहतर तरीके से रख सकेंगे, अब केन्द्र का संचालन तथा पोषाहार को रखने के लिए दूसरों पर आश्रित नहीं होना पड़ेगा ।
बता दें कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालयों एवं छात्रावासों का सौंदर्यीकरण हेतु कुल 07 योजनाओं को तकनीकी स्वीकृति प्रदान की गई है । इसके तहत 1. गुडाबांदा प्रखंड के सिंहपुरा में अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय के नए छात्रावास भवन का सौंदर्यीकरण 2. घाटशिला प्रखंड के उपरपावड़ा में अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय के छात्रावास एवं कार्यालय भवन का सौंदर्यीकरण 3. अनुसूचित जनजाति आवासीय बालक प्राथमिक विद्यालय, अंधरिया के छात्रावास का सौंदर्यीकरण 4. बहरागोड़ा प्रखंड में अनुसूचित जनजाति छात्रावास महाविद्यालय बहरागोड़ा का सौंदर्यीकरण 5. अनुसूचित छात्रावास माटिहाना बहरागोड़ा का सौंदर्यीकरण 6. अनुसूचित जनजाति छात्रावास प्लस टू उच्च विद्यालय बहरागोड़ा का सौंदर्यीकरण 7. अनुसूचित जनजाति छात्रावास एन. डी रूंगटा बालिका उच्च विद्यालय, चाकुलिया का सौंदर्यीकरण शामिल हैं।
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत ही कल्याण विभाग द्वारा तीन प्रखंडों यथा धालभूमगढ़ के देवशोल, जुनबनी, आमदा, जुगीशोल, चतरो एवं मौदाशोल गांव तथा बहरागोड़ा प्रखंड के करकटा, झारिया, दूधकुंडी, पथरगाटा एवं भुतिया गांव और चाकुलिया प्रखंड के खेजुरिया में ट्राइबल मल्टीपर्पस मार्केटिंग सेंटर का निर्माण प्रस्तावित है। ट्राइबल मल्टीपर्पस मार्केटिंग सेंटर (TMMC) का उद्देश्य आदिवासी समुदायों की आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। इन केंद्रों के माध्यम से आदिवासी उत्पादों की विपणन क्षमता को बढ़ाया जाता है और उन्हें बेहतर बाजार उपलब्ध कराया जाता है ।
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पीएम-जनमन
वहीं, पूर्वी सिंहभूम जिला में पीएम-जनमन योजना के तहत PVTGs की मूलभूत आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा कार्य किया जा रहा है । जनजातीय आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किए गए इस योजना को लेकर सबर गांवों में आदिम जनजातियों के जीवन स्तर में बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है । इस योजना के तहत अबतक 1679 सबर परिवारों को आवास योजना से आच्छादित करने का लक्ष्य रखा गया है जिनमें 1218 आवास निर्माण की स्वीकृति दी गई है । इन 1218 आवास लाभुकों में से 1165 लाभुकों को पहली किश्त, 652 लाभुकों को दूसरी किश्त तथा 373 लाभुकों को तीसरी किश्त की राशि दी गई है, वहीं 142 आवास का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है ।
आवास योजना के लाभुक राजू सबर ने बताया कि पहले झोपड़ी में रहते थे जिससे बरसात के दिनों में काफी तकलीफ होती थी । आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने तथा सुदूर होने के कारण अपना घर भी नहीं बना पा रहे थे । ब्लॉक से दूर होने के कारण सभी सामान का दाम भी ज्यादा देना पड़ता ऐसे में पीएम जनमन योजना के तहत आवास मिलने से जिला के पदाधिकारी की निगरानी में ही दो कमरा और किचेन का आवास बनाकर दिया गया है, अब पत्नी-बच्चों के साथ आराम से गुजर बसर करते हैं।
पीएम जनमन योजना के अंतर्गत आदिम जनजाति सबर बहुल क्षेत्रों में मल्टी पर्पस सेंटर का निर्माण प्रस्तावित है। पांच प्रखंडों में 17 मल्टी पर्पस सेंटर का निर्माण कराया जाएगा जिनमें गुड़ांबादा के अंर्जुनबेड़ा तथा घाटशिला के दीघा, बासाडेरा, रामचन्द्रपुर, घुटिया, दारीसाई, गुड़ाझोर, चेंगजोड़ा, हलुदबनी, पोटका प्रखंड के झरिया, टांगराईन, मुसाबनी प्रखंड के लावकेशरा, सोहदा, पाथरगोड़ा और डुमरिया प्रखंड में चटनीपानी, केन्दुआ, लखाईडीह शामिल हैं ।
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल ने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान एवं पीएम जनमन योजना को सरकार की मंशा के अनुरूप क्रियान्वयन किया जाएगा। इस संबंध में सभी विभागों को निर्देशित किया गया है कि योग्य लाभुकों को चयनित कर उन्हें योजनाओं से जोडें। इन योजनाओं के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका एवं बुनियादी सेवाओं की पहुंच को सुदृढ़ किया जाएगा । जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि प्रत्येक पात्र लाभार्थी तक योजनाओं का प्रभावी लाभ पहुँचे। स्थानीय स्तर पर भागीदारी सुनिश्चित करते हुए योजनाओं का पारदर्शी एवं परिणाममुखी क्रियान्वयन किया जा रहा है। सभी संबंधित विभागों और समुदायों के साथ मिलकर समावेशी विकास की दिशा में कार्य करने का प्रयास है।
परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री दीपांकर चौधरी ने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान एवं पीएम जनमन योजना आदिवासी समुदायों एवं आदिम जनजाति परिवारों के समग्र विकास के लिए एक प्रभावी पहल है । इन योजनाओं का उद्देश्य आदिवासी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं, स्वरोजगार और सामाजिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। पूर्वी सिंहभूम जिले में इन योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। ट्राइबल मल्टीपर्पस मार्केटिंग सेंटर के माध्यम से आदिवासियों को उनके उत्पादों के लिए बाजार और उचित मूल्य उपलब्ध कराया जाएगा। सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक आदिवासी परिवार इन योजनाओं से लाभान्वित होकर आत्मनिर्भर बने ।