पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभागार में जिला दण्डाधिकारी -सह- उपायुक्त के निर्देशानुसार जिला स्तरीय निर्यात प्रोत्साहन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। उक्त बैठक में डिप्टी डी.जी.एफ.टी.ए. कोलकत्ता, उप निदेशक एम.एस.एम.ई. राँची, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र-चाईबासा, राज्य कर संयुक्त आयुक्त के प्रतिनिधि, अग्रणी जिला प्रबंधक-बैंक ऑफ इंडिया, जिला उत्पाद अधीक्षक व श्रम अधीक्षक के प्रतिनिधि, जिला उद्यान पदाधिकारी, जिला मतस्य पदाधिकारी, अध्यक्ष एवं सचिव चाईबासा व पश्चिमी सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज-चाईबासा, ट्राईबल इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स एवं इण्डस्ट्रीज-चाईबासा एवं विभिन्न औद्योगिक संगठनों-संस्थानों के प्रतिनिधि एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में उपस्थित प्रतिनिधि से पोटेंशियल एक्सपोर्ट उत्पाद, हेल्प डेस्क को बढ़ावा देने के लिए सुझाव लिया गया तथा इस सन्दर्भ में आने वाली समस्याओं तथा उसके निराकरण के सन्दर्भ में भी चर्चा किया गया। औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों के द्वारा वन्य उत्पाद यथा रेशम, इमली, चिरौंजी, शरीफा एवं कटहल इत्यादि को स्थानीय स्तर पर प्रोसेस करते हुए निर्यात की संभावनाओं पर विचार करने का सुझाव दिया गया है, साथ ही महाप्रबंधक-जिला उद्योग केन्द्र के द्वारा यह भी जानकारी दिया गया कि पारादीप पोर्ट भी चाईबासा के समीप होने की वजह से कोलकत्ता पोर्ट से भी निर्यात करना आसान होगा एवं यह भी सुझाव दिया गया कि यहाँ रेशम की रीलिंग की व्यवस्था किया जाय, जिससे तसर कृषकों की आय में वृद्धि हो सके।