सीएसआईआर-एनएमएल संयंत्र चिकित्सकों, उद्यमियों, शोधकर्ताओं और संकाय सदस्यों के लिए कौशल वृद्धि के लिए नियमित प्रशिक्षण प्रदान करता है।

सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला, जमशेदपुर द्वारा दिनांक 03-05 दिसंबर, 2024 तक आयोजित खनिज लक्षण वर्णन, सज्जीकरण और संकुलन पर कॉर्पोरेट प्रशिक्षण कार्यक्रम (एमसीबीए-2024) का आयोजन

buzz4ai

सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल) ने आज व्याख्यान कक्ष में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अधिकारियों के लिए कॉर्पोरेट प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। उद्घाटन समारोह की शुरुआत मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन समारोह के साथ हुई, जिनमें सीएसआईआर-एनएमएल के निदेशक डॉ. संदीप घोष चौधरी, सीएसआईआर-एनएमएल के खनिज प्रसंस्करण प्रभाग के प्रमुख डॉ. देवब्रत मिश्रा, मानव संसाधन समूह के प्रमुख एवं मुख्य वैज्ञानिक डॉ. एस. शिवाप्रसाद और आरपीबीडी प्रभाग के प्रमुख डॉ. शीतल कुमार पाल शामिल थे।

डॉ. संदीप घोष चौधरी, निदेशक, सीएसआईआर-एनएमएल ने स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के सभी अधिकारियों का स्वागत किया और उन्हें प्रयोगशालाओं से लेकर पायलट पैमाने तक खनिज अभिलक्षणन से लेकर एकत्रीकरण तक के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया। उन्होंने सतत विकास के लिए निम्न श्रेणी और बढ़िया अयस्कों/खनिजों के उपयोग पर जोर दिया।

खनिज प्रसंस्करण प्रभाग के प्रमुख डॉ. देवब्रत मिश्रा ने एमसीबीए-2024 के सेल अधिकारियों का स्वागत किया और उन्हें खनिज प्रसंस्करण प्रभाग की विरासत से परिचित कराया। डॉ. मिश्रा ने प्रतिभागियों से प्रयोगशाला के अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं और विशेषज्ञता का अधिकतम लाभ उठाने का भी अनुरोध किया।

डॉ. एस. शिवाप्रसाद, मुख्य वैज्ञानिक एवं प्रमुख, मानव संसाधन विकास ने कहा कि खनिज प्रसंस्करण प्रभाग अपनी स्थापना के बाद से ही अयस्कों/खनिजों के सज्जीकरण हेतु खनिज अभिलक्षणीकरण में अग्रणी है। डॉ. शिवाप्रसाद ने बताया कि सीएसआईआर-एनएमएल कॉर्पोरेट क्षेत्रों के अधिकारियों के लिए कौशल विकास की दिशा में विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता रहा है।

डॉ. शीतल कुमार पाल, प्रमुख, आरपीबीडी प्रभाग ने इस बात पर जोर दिया कि सीएसआईआर-एनएमएल को किस तरह से औद्योगिक समस्याओं के समाधान में मदद की जा सकती है। डॉ. पाल ने व्यापार विकास और ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए दीर्घकालिक संबंधी बनाने की भी मांग की।

धातुकर्म और खनिज आधारित उद्योगों में, गुणवत्ता वाले कच्चे माल की आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु निम्न-श्रेणी के अयस्कों और खनिजों का सज्जीकरण बहुत महत्वपूर्ण है। निम्न-श्रेणी के अयस्कों और खनिजों के सज्जीकरण/उन्नयन में आमतौर पर अयस्क को खंडित करना शामिल होता है ताकि मूल्यवान खनिजों को गैंग्स से मुक्त किया जा सके और उसके बाद भौतिक एवं भौतिक-रासायनिक गुणों में अंतर का फायदा उठाते हुए उन्हें अलग किया जा सके। सज्जीकरण में आकार में कमी, वर्गीकरण, गुरुत्वाकर्षण पृथक्करण, चुंबकीय पृथक्करण, इलेक्ट्रोस्टैटिक/उच्च-तनाव पृथक्करण, झाग प्लवन और उसके बाद उत्पादों का जल-निष्कासन शामिल है। जरूरत के अनुसार, बारीक दाने वाले सांद्रण को एकत्रित किया जाता है।

पिछले कई वर्षों से सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल) देश के साथ-साथ विदेशों से भी विभिन्न स्रोतों से लौह, अलौह, गैर-धात्विक खनिजों और कोयले के सज्जीकरण पर अध्ययन में लगी हुई है। सज्जीकरण के अलावा, ब्रिक्वेटिंग, सिंटरिंग और बारीक कणों वाले सांद्रण के पैलेटाइजेशन से युक्त समूहन भी सीएसआईआर-एनएमएल में अनुसंधान का एक सक्रिय क्षेत्र है।

खनिज इंजीनियरिंग के क्षेत्र में समृद्ध अनुभव और विशेषज्ञता के साथ, सीएसआईआर-एनएमएल संयंत्र चिकित्सकों, उद्यमियों, शोधकर्ताओं और संकाय सदस्यों के लिए कौशल वृद्धि के लिए नियमित प्रशिक्षण प्रदान करता है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों को जारी रखते हुए, सीएसआईआर-एनएमएल में दिनांक 3-5 दिसंबर, 2024 के दौरान स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अधिकारियों के लिए खनिज लक्षण वर्णन, सज्जीकरण और संकुलन (एमसीबीए 2024) पर एक कॉर्पोरेट प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सूचनात्मक व्याख्यान श्रृंखला, प्रयोगशाला दौरे और विभिन्न उपकरणों और उनके संचालन के विभिन्न पहलुओं पर व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल है।

प्रशिक्षण का उद्देश्य

* खनिज लक्षण वर्णन, सज्जीकरण और संकुलन में तकनीकी ज्ञान को बढ़ाना देना।

* अत्याधुनिक उपकरण सुविधा पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना।

* अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला, उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के बीच बातचीत विकसित करना।

Leave a Comment

Recent Post

Live Cricket Update

You May Like This