सरायकेला जिले केआरआईटी थाना अंतर्गत मीरूडीह सीतारामपुर की रहने वाली आदिवासी युवती संजना हांसदा की बीते बुधवार की रात सरायकेला थाना अंतर्गत राजननगर मार्ग पर स्थित राधा स्वामी सत्संग के पीछे खरकाई नदी से सटे जंगलों में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. चार दिनों बाद परिजनों ने शव की पहचान की उसके बाद पुलिस हरकत में आई और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, मगर परिजन इससे संतुष्ट नहीं है. परिजनों का आरोप है कि युवती की हत्या में और लोग भी शामिल हैं, जिन्हें पुलिस बचा रही है. मंगलवार को भाजपा नेता रमेश हांसदा के नेतृत्व में सैकड़ो लोग जिला मुख्यालय पहुंचे और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए. और आक्रोशित लोगों ने सरायकेला- टाटा मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. समाचार प्रकाशित किए जाने तक धरना- प्रदर्शन जारी रहा. भाजपा नेता रमेश हांसदा ने बताया कि जब तक पीड़िता को इंसाफ नहीं मिलेगा तब तक उसके शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा. उन्होंने बताया कि घटना स्थल से पुलिस ने जो सामान जप्त किए हैं उसके अनुसार घटना में एक से अधिक लोगों के होने की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में केवल एक युवक को हिरासत में लेकर न्यायिक हिरासत में भेजना कहीं ना कहीं पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है. बता दे कि युवती का शव क्षत- विक्षत अवस्था में बरामद किया गया था आशंका जताई जा रही है कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद पत्थर से कुछ कर निर्मम हत्या कर दी गई है. पुलिस ने घटना स्थल से शक्तिवर्धक टेबलेट भी बरामद किए थे. परिजनों ने युवती के कथित प्रेमी पर दोस्तों के साथ मिलकर सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया है