शुभम कुमार पिताः संतोष कुमार सिंह पता न्यु वाला वस्ती सोनारी, थाना सोनारी जमशेदपूर का रहने वाली हूँ संध्या लगभग 5:00 बजे मेरा भाई रजत कुमार सिंह अपने घर के मुख्य दरवाजे पर खड़े थे। उसी वक्त आचानक विद्यासागर यादव, अपने हाथ में लोहे का सैड लेकर आथ उनके साथ उनका भाई विनय वैजन यादव । गाली गलौज करते हुए मेरे भाई रजत कुमार सिंह के सर पर विद्यासावर भादव लोहे के डि से जान मारने के नियत से सर पर वार किया मेरा भाई अपने हाथ से बचाव किया तो उसका मुह के जबडा टूर गया साथ में उदाँत टूर कर बाहर निकल गयी, विनय वैजन यादव अपना पुरा फाइटर से मेरे माई पर प्रहार किया तथाधुरी तरह जामो कर दिया ऐष ऊमाशंकर यादव ललकार रहा था की साले की जान मार दो ये हमलोग का बात नहीं सुनता है मेरा भाई लघु लुहान होकर गिर पड़ा, मै हल्ला करते हुए बयाने का होशिश दिया तो मेरे को धमकी दिला की तुम अगर नजदीक आएगा तो तेरा भी पान मार देंगे। मैं, * जोर-जोर से हरला उचा तो बस्ती के लोग जुटे ती विनय रंजन भादव मेरा माई का मोबाइल, दिनकर परकर न्युर-चुर कर दिया तथा विद्यासागर गले से सोने का चैन छिनकर माग गया।