रिपोर्ट- संजय गुप्ता
धनबाद. झारखंड के धनबाद जेल में पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में बन्द शूटर अमन सिंह की रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सोमवार को अमन सिंह के शव का मजिस्ट्रेट की निगरानी में पोस्टमार्टम कराने के बाद उत्तर प्रदेश से आये परिजनों को सौंप दिया गया. परिजनों ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. सोमवार को जेल आईजी उमाशंकर सिंह, आईजी सीआईडी असीम विक्रांत मिंज धनबाद पहुंचे.
धनबाद कारा पंहुचे मामले की जांच किये. डीसी वरुण रंजन, एसएसपी संजीव कुमार, सिटी ग्रामीण एसपी, अजीत कुमार, कपिल चौधरी, डीडीसी शशिप्रकाश सिंह सहित अन्य भी जेल पहुंचे और मामले की जांच की. जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक सुंदर महतो द्वारा अमन सिंह को गोली मारी गई थी. हथियार को सघन तलाशी के बाद बरामद कर लिया गया है. अमन सिंह हत्या में लापरवाही को लेकर जेलर मो. मुसत्कीम अंसारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है वहीं चतरा जेलर को पदभार दिया गया है. घटनाक्रम में लापरवाही बरतने वाले 5 कक्षपालों को निलंबित कर दिया गया है.
2 कक्षपालों (एक्स आर्मी मैन) की संविदा रद्द कर दी गई है, वहीं कुल 4 प्राथमिकी दर्ज की गई है. जेल की सघन तलाशी में वार्डों, सेलों एवं पूरे परिसर से छह मोबाइल और 18000 रूपए भी बरामद किया गया है.
कैदियों में आपसी टकराव एवं गैंगवार की संभावना को देखते हुए अलग-अलग गुटों के कैदियों को अलग अलग सेल में संसिमित किया गया.
बेटी के प्रैंक से पिता रह गए हक्के-बक्के, आपका भी घूम जाएगा दिमाग!
बेटी के प्रैंक से पिता रह गए हक्के-बक्के, आपका भी घूम जाएगा दिमाग!आगे देखें…
इस घटना के बाद सुपरिटेंडेंट, मंडल कारा धनबाद एवं उपायुक्त की अनुसंशा के आलोक में कुल 23 कैदियों को राज्य के अन्य कारा में स्थानांतरित करने का निर्देश कारा निरीक्षणालय रांची के द्वारा दिया गया है. जिला प्रशासन द्वारा सीसीटीवी फुटेज की जांच एवं वार्डो / सेलो में सघन छापेमारी के लिए 24 x 7 तीन टीम का गठन कर मंडल कारा में प्रतिनियुक्त किया गया है. उपायुक्त धनबाद के द्वारा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, धनबाद को उपरोक्त घटना की न्यायिक जांच करने के लिए न्यायिक दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने का अनुरोध किया गया है.
धनबाद जेल में बन्द डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड के आरोपी की रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव उत्तर प्रदेश से धनबाद पहुंचे अमन सिंह के भाई अजय सिंह, पिता उदयभान सिंह और अन्य को सौंपा गया. सभी अमन के शव को लेकर उत्तर प्रदेश रवाना हो गये है. सूत्र बता रहे हैं कि अमन को आठ गोलियां मारी गई थी जिसमें 7 गोलियां सिर में और एक गोली पेट में मारी गई थी. पोस्टमार्टम के दौरान 1 गोली शरीर से निकाला गया.
इस घटना के बाद अमन सिंह के भाई अजय सिंह ने कहा कि उसके भाई की हत्या की सुनियोजित साजिश रंची गई थी, जिसके बाद उसकी हत्या जेल में गोली मारकर की गई. इस मामले में परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है. अमन अपने पीछे पत्नी और आठ साल की बेटी छोड़ गया है. जमीनी विवाद मामले में उत्तर प्रदेश में उसे फंसाया गया था, उसी मामले में वह जेल गया जिसके बाद रिंकू सिंह के संपर्क में आया. उसके बाद आशीष रंजन उर्फ छोटू के सम्पर्क में आया. इन लोगो के सम्पर्क में आने के बाद अमन सिंह अपराधी बन गया और झारखंड में भी उसकी तूती बोलने लगी.
इस घटना के बाद सुपरिटेंडेंट, मंडल कारा धनबाद एवं उपायुक्त की अनुसंशा के आलोक में कुल 23 कैदियों को राज्य के अन्य कारा में स्थानांतरित करने का निर्देश कारा निरीक्षणालय रांची के द्वारा दिया गया है. जिला प्रशासन द्वारा सीसीटीवी फुटेज की जांच एवं वार्डो / सेलो में सघन छापेमारी के लिए 24 x 7 तीन टीम का गठन कर मंडल कारा में प्रतिनियुक्त किया गया है. उपायुक्त धनबाद के द्वारा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, धनबाद को उपरोक्त घटना की न्यायिक जांच करने के लिए न्यायिक दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने का अनुरोध किया गया है.
धनबाद जेल में बन्द डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड के आरोपी की रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव उत्तर प्रदेश से धनबाद पहुंचे अमन सिंह के भाई अजय सिंह, पिता उदयभान सिंह और अन्य को सौंपा गया. सभी अमन के शव को लेकर उत्तर प्रदेश रवाना हो गये है. सूत्र बता रहे हैं कि अमन को आठ गोलियां मारी गई थी जिसमें 7 गोलियां सिर में और एक गोली पेट में मारी गई थी. पोस्टमार्टम के दौरान 1 गोली शरीर से निकाला गया.
इस घटना के बाद अमन सिंह के भाई अजय सिंह ने कहा कि उसके भाई की हत्या की सुनियोजित साजिश रंची गई थी, जिसके बाद उसकी हत्या जेल में गोली मारकर की गई. इस मामले में परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है. अमन अपने पीछे पत्नी और आठ साल की बेटी छोड़ गया है. जमीनी विवाद मामले में उत्तर प्रदेश में उसे फंसाया गया था, उसी मामले में वह जेल गया जिसके बाद रिंकू सिंह के संपर्क में आया. उसके बाद आशीष रंजन उर्फ छोटू के सम्पर्क में आया. इन लोगो के सम्पर्क में आने के बाद अमन सिंह अपराधी बन गया और झारखंड में भी उसकी तूती बोलने लगी.