रघुवर दास जी ने कहा – जमशेदपुर की जनता और कार्यकर्ताओं ने दी मुझे पहचान, जमशेदपुर का प्यार मेरी पूंजी।
● सूर्य मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक रघुवर दास को राज्यपाल बनाये जाने पर समिति के सदस्यों ने किया जोरदार अभिनंदन, सूर्य मंदिर के मुख्य संरक्षक पद से पूर्व सीएम ने दिया इस्तीफा।
जमशेदपुर। सूर्य मंदिर समिति सिदगोड़ा के तत्वाधान में शनिवार को मंदिर परिसर के शंख मैदान में विजया मिलन समारोह का आयोजन किया गया। सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित मिलन समारोह सह बैठक में मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक सह ओडिशा राज्य के नवमनोनीत राज्यपाल रघुवर दास मुख्य रूप स शामिल हुए। इस दौरान संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह समेत समिति के तमाम पदाधिकारी एवं सदस्यगण मौजूद रहे। बैठक में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा पर स्वच्छता एवं पवित्रता के साथ छठ महोत्सव मनाने का निर्णय लिया गया। इसके लिए दोनों तालाबों की सफाई, पेंटिंग, तालाबों में स्वच्छ जल भरने, बिना लाभ-हानि के पूजन सामग्री वितरण करने समेत भव्य सांस्कृतिक संध्या के आयोजन करने का निर्णय लिया गया। सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने बताया कि छठ पूजा में मंदिर परिसर के दोनों छठ घाटों की साफ-सफाई, मंदिर की पुष्प सज्जा, आकर्षक विद्युत सज्जा के साथ सांस्कृतिक संध्या का भव्य रूप स आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश के प्रख्यात कलाकारों से संपर्क कर प्रस्तुति के संदर्भ में अंतिम रूप दिया जा रहा है।
बैठक में सुझावों के क्रम में आयोजन की भव्यता संबंधी महत्वपूर्ण सुझावों को अंकित किया गया, वहीं 2 लाख तीस हजार राशि दानदाताओं ने सहयोग किया।
इससे पहले, सूर्य मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को ओडिशा राज्य के राज्यपाल नियुक्त किये जाने पर मंदिर समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों के द्वारा फूल-मालाओं से अभिनंदन कर शुभकामनाएं व्यक्त की गई। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुभकामना हेतु सभी सदस्यों का आभार जताया।
विजया मिलन समारोह सह बैठक को संबोधित करते हुए सूर्य मंदिर के मुख्य संरक्षक रघुवर दास ने कहा कि लौहनगरी वासियों के आस्था और सहयोग से सूर्य मंदिर समिति के छठ महोत्सव की चर्चा जमशेदपुर ही नही बल्कि झारखंड में होती है। कहा कि विधायक बनने के पूर्व से ही उनकी आध्यात्मिक, सामाजिक एवं रचनात्मक कार्यों में रुचि रही है। जमशेदपुर में विधायक चुने जाने से पूर्व लॉटरी के माध्यम से जनसहयोग द्वारा भालूबासा में शीतला माता मंदिर, शीतला भवन एवं आशीष किशोर जैसे स्थानों का निर्माण कराया। सिदगोड़ा स्थित बीएमपी कैम्प में माता के मंदिर के उद्घाटन के मौके पर जब वे शामिल हुए तब उद्घाटन के दौरान सूर्य मंदिर निर्माण की घोषणा की थी। वर्ष 2003 में जनता के सहयोग से सूर्य मंदिर निर्माण कार्य का विधिवत शुभारंभ हुआ एवं तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मंदिर का विधिवत उद्घाटन किया। सूर्य मंदिर का स्थान उस समय बंजर भूमि थी एवं उसका अतिक्रमण भी हो रहा था। इसी को देखते हुए उन्होंने सूर्य मंदिर निर्माण की घोषणा की थी।
श्री दास ने कहा कि उन्होंने हमेशा ईमानदारी पूर्वक अपने काम को प्राथमिकता दी। लंबे राजनीतिक एवं सामाजिक जीवन में कभी षड्यंत्र और जात-पात की राजनीति नही की। इसी का परिणाम है कि एक मजदूर को जनता के आशीर्वाद से राज्य के मुख्य सेवक की जिम्मेदारी मिली। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील के एक मजदूर को जमशेदपुर की जनता और कार्यकर्ताओं ने झारखंड और देश में पहचान दिलाई। कहा कि जब तक जीवन रहेगा, वे कहीं भी रहें उनके दिल में जमशेदपुर की जनता और कार्यकर्ता हमेशा रहेंगे। जनता की सेवा और उनका प्यार मेरे जीवन की पूंजी है। इसे मैं हमेशा सहेज कर रखूंगा। वहीं, उन्होंने संवैधानिक पद का दायित्व मिलने के कारण सूर्य मंदिर के मुख्य संरक्षक के दायित्व से इस्तीफा देते हुए कहा कि एक सामान्य नागरिक की भांति सूर्य मंदिर से जुड़ा रहूंगा। सूर्य मंदिर के आयोजन की गरिमा और भव्यता सदैव बनी रहे।
संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि मुख्य संरक्षक और राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में रघुवर दास ने जमशेदपुर सहित झारखंड के लाखों लोगों को प्रेरित किया है। उनके कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी का हम अनुकरण करते हुए जीवन में सफल हों। कहा कि सूर्य मंदिर समिति के सभी आयोजन पूर्व की भांति ही भव्यतापूर्वक आयोजित किये जायेंगे। जिस प्रकार से सूर्य मंदिर समिति को जनता का सहयोग हमेशा मिलता रहा है, उसी प्रकार आगे भी सहयोग मिलता रहेगा। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को ओडिशा के राज्यपाल बनाये जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
बैठक के दौरान मंच संचालन मंदिर समिति के महासचिव अखिलेश चौधरी एवं धन्यवाद ज्ञापन मंत्री बंटी अग्रवाल ने किया।
इस दौरान सूर्य मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष संजीव सिंह, अखिलेश चौधरी, रूबी झा, शैलेश गुप्ता, कंचन दत्ता, प्रेम झा, बंटी अग्रवाल, कृष्ण मोहन सिंह, शिवशंकर सिंह, मुन्ना अग्रवाल, गुंजन यादव, चंद्रशेखर मिश्रा, रामबाबू तिवारी, मिथिलेश सिंह यादव, कुलवंत सिंह बंटी, पवन अग्रवाल, कमलेश सिंह, सुशांत पांडा, राकेश सिंह, खेमलाल चौधरी, मंजीत सिंह, अप्पा राव, बबुआ सिंह, संतोष ठाकुर, दीपक झा, बबलू गोप, अजय सिंह, अमित अग्रवाल, विकास शर्मा, रॉकी सिंह, दिलीप पासवान, इकबाल सिंह, कौस्तव रॉय, विक्रम चंद्राकर, राजपति देवी, अशोक सामंत, मिठू चौधरी, काजू शांडिल, दीपक नाग, चिंटू सिंह, अरुण मिश्रा, बिमला साहू, सुनीता देवी, पिंकी प्रसाद, लवली देवी, लक्ष्मी महतो, पूनम देवी, संजू बनर्जी, पुष्पा तिर्की, नीलू मछुआ, मीणा सिन्हा, रूपा देवी, सरस्वती साहू समेत अन्य मौजूद रहे।