राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल), भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के तहत एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है, जो चरम जलवायु परिस्थितियों का सामना करने वाले राजमार्गों के निर्माण में आने वाली चुनौतियों का व्यावहारिक समाधान खोजने के लिए नवीन तकनीकों की तलाश करता है। भारत।
इसी प्रक्रिया में एनएचआईडीसीएल ने चालू वर्ष के दौरान कई प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं और अब राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेदपुर के साथ ऐसे समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए आज नई दिल्ली कार्यालय में एक ऐतिहासिक बैठक हुई। समझौता ज्ञापन पर कर्नल (डॉ.) निशिथ कुमार ने हस्ताक्षर किए। राय, रजिस्ट्रार, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेदपुर और श्री चंचल कुमार, प्रबंध निदेशक, एनएचआईडीसीएल।
राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड का गठन भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों, रणनीतिक सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचे के विकास, रखरखाव और प्रबंधन के लिए किया गया है। यह देश के उन हिस्सों में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के कार्य के लिए समर्पित है जो अंतर्राष्ट्रीय सीमाएँ साझा करते हैं। यह भारत के उत्तर-पूर्व भाग, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख और उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, रखरखाव और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। यह ऊंचाई वाले क्षेत्रों और सीमावर्ती क्षेत्रों में एक विशेष एजेंसी के रूप में काम करती है। राजमार्गों के अलावा, एनएचआईडीसीएल लॉजिस्टिक्स हब और परिवहन संबंधी बुनियादी ढांचे जैसे मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब जैसे बस पोर्ट, कंटेनर डिपो, स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग आदि का निर्माण कर रहा है।
एनआईटी जमशेदपुर और एनएचआईडीसीएल के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) के परिणामस्वरूप, एनआईटी राजमार्गों और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के डिजाइन, योजना और पर्यवेक्षण, सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करने और निर्माण से संबंधित तकनीकी मुद्दों को हल करने में शामिल होगा। जमशेदपुर और एनएचआईडीसीएल एक दूसरे के साथ प्रौद्योगिकी, अनुभव और जानकारी साझा करेंगे। साथ ही दोनों संस्थान कठिन वातावरण में राजमार्गों के निर्माण में आने वाली चुनौतियों का व्यावहारिक समाधान खोजने के लिए भी मिलकर काम करेंगे।
राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के अवसर पर एनएचआईडीसीएल के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
एनआईटी जमशेदपुर के साथ उक्त एमओयू पर संस्थान के निदेशक प्रो. डॉ. गौतम सूत्रधर ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह समझौता भू-तकनीकी जांच, भूवैज्ञानिक जांच, भूमिगत उत्खनन, परिवहन इंजीनियरिंग, विभिन्न राजमार्ग परियोजनाओं के विश्लेषण और विकास में प्रभावी होगा।