एक सैनिक मरते दम तक सैनिक ही रहता है चाहे वो कार्यरत हो या सेवानिवृत..सुशील कुमार सिंह
पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकवादियों द्वारा पहलगाम में मारे गए निर्दोष पर्यटकों की घटना का बदला लेने के लिए भारतीय सरकार के आदेश पर भारतीय सशस्त्र सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया। उसके बाद पाकिस्तान ने ड्रोन एवं अपने फाइटर विमान से भारत के कई प्रमुख शहरों को निशाना बनाने का प्रयास किया। जिसको भारतीय सेना के वीर सैनिक एवं उच्च तकनीकी के मिसाइलों के द्वारा हवा में ही नष्ट कर दिया गया। साथ ही पाकिस्तान के कई प्रमुख शहरों पर मिसाइल दागी गई। पूरे पाकिस्तान में मिसाइल का धमाका एवं आगजनी से धुआं धुआं ही उठ रहा था। पाकिस्तान की सेना मरे हुए आतंकवादियों का जनाजा निकालते कब्रिस्तान में विलाप करते हुवे देखे गए। इस बीच अमेरिका के द्वारा दोनों देशों को सीजफायर का पालन करते हुए सशर्त समझौता करने का एक प्रस्ताव दिया गया। अब देखना यह होगा कि भारत क्या शर्त रखता है और पाकिस्तान उसे मानता है या नहीं?? अगर शर्त नहीं मानी जाती है तो युद्ध ही पुनः विकल्प होगा। हम सब पूर्व सैनिक हर परिस्थिति में देश की सरकार एवं वीर सैनिकों के साथ है। आज पूर्व सैनिक सेवा परिषद पूर्वी सिंहभूम के हर उम्र के सदस्यों ने एक स्वर से कहा कि हमें जब भी बॉर्डर से बुलावा आएगा। हम युद्ध लड़ने के लिए तैयार हैं। बॉर्डर के जवानों को उनका हौसला बढ़ाने के लिए जमशेदपुर के सैनिक प्रतिनिधियों को जनता दल यूनाइटेड के उलीडीह थाना समिति के द्वारा सम्मानित किया गया। सैनिक प्रतिनिधियों के रूप में सुशील कुमार सिंह राजीव रंजन दिनेश सिंह हंसराज सिंह सतनाम सिंह रजत डे ब्रज किशोर सिंह अजय कुमार सिंह कोमल दुबे विवेक सिंह पंकज सिंह अशोक कुमार श्रीवास्तव पंकज कुमार सिंह कन्हैया कुमार शर्मा डॉक्टर कमल शुक्ला सुरेंद्र प्रसाद मौर्य प्रमोद कुमार एवं कुमार रवि शामिल हुए।