समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल की उपस्थिति में जिला प्रशासन और टाटा स्टील फाउंडेशन एवं अनुष्का फाउंडेशन के बीच एमओयू हुआ। एमयूओ पर हस्ताक्षर सिविल सर्जन डॉ जुझार मांझी एवं टाटा स्टील फाउंडेशन के प्रतिनिधि तथा अनुष्का फाउंडेशन के प्रतिनिधि ने किया। एमओयू के तहत आगामी दिनों में सदर अस्पताल, जमशेदपुर में साप्ताहिक क्लबफुट क्लिनिक का संचालन किया जायेगा। इसके तहत दो साल से कम उम्र के बच्चों को चिन्हित कर उनके माता-पिता और अभिभावकों को उपचार संबंधित सभी जानकारी दी जाएगी और समुचित इलाज किया जायेगा।
इस मौके पर जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त ने कहा कि बच्चों में क्लबफुट रोग को जल्दी डिटेक्ट करते हुए उपचार किया जाए, इस दिशा में कार्य करने के लिए जिला प्रशासन और टाटा स्टील फाउंडेशन के बीच एमओयू किया गया है। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आज भी क्लबफुट रोग और उसके उपचार के बारे में प्रयाप्त जानकारी नहीं है। इस पहल के माध्यम से वैसे लोगों के बीच में जागरूकता फैला कर इस रोग से संबंधित जरूरी इलाज उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जायेगा।
क्लबफुट रोग कुछ बच्चों में जन्मजात रूप से पाया जाता है जिसमे बच्चों का पैर टेड़ा रहता है। इस रोग का उपचार संभव है, इस प्रक्रिया में पांच से सात सप्ताह तक प्लास्टर लगता है। गंभीर स्थिति में ही ऑपरेशन करना पड़ता है। इसके बाद बच्चों के पैरों की विकृति ठीक हो जाती है। जमशेदपुर के सदर अस्पताल में अनुष्का फाउंडेशन द्वारा जल्द इसका इलाज शुरू किया जायेगा।
उक्त मौके पर सिविल सर्जन डॉ जुझार मांझी, टाटा स्टील फाउंडेशन के प्रतिनिधि, अनुष्का संस्था के प्रतिनिधि एवं अन्य संबंधित उपस्थित थे।