आर्मीनिया-अजरबैजान संघर्ष, इस देश को पसंद आए भारत के घातक हथियार

नई दिल्ली: आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच चल रहे विवाद के बीच भारत हथियारों की दूसीर खेप देने वाला है। आर्मीनिया को भारत के हथियार बेहद पसंद आए हैं। बीते साल भारत ने हथियारों की पहली खेप आर्मीनिया भेजी थी। इसमें मिसाइलें, रॉकेट और गोला बारूद शामिल थे। हाल ही में आर्मीनिया के अधिकारी दिल्ली आए थे। मामले के जानकार के मुताबिक भारत और आर्मीनिया के अधिकारियों के बीच हथियारों की सप्लाई को लेकर बातचीत हुई। नई खेप में भारत आर्मीनिया को कौन से हथियार देना वाला है, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि यह स्पष्ट है कि भारत द्वारा मुहैया कराए गए हथियारों से आर्मीनिया को अजरबैजान से निपटने में बड़ी कामयाबी मिली है। साथ ही आर्मीनिया की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है।

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पिछली खेप में भारत ने आर्मीनिया को देसी पिनाका मल्टी बैरेल रॉकेट लॉन्चर और एंटी टैंक मिसाइलें दी थीं। इसके अलावा रॉकेट और गोला-बारूद भी सप्लाई किया गया था। ये सभी हथियार ईरान से होकर आर्मीनिया पहुंचते हैं। बता दें कि भारत और आर्मीनिया के बीच रिश्ते नए नहीं हैं। वहीं भारत की तरफ से आर्मीनिया को हथियार दिए जाने पर अजरबैजान चिढ़ा है और वह इसका विरोध कर रहा है।

इस साल की शुरुआत में ईरान, आर्मीनिया और भारत ने मिलकर ट्राइलैटरल ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर शुरू करने पर विचार किया है। येरेवान में हुई बैठक में तीनों देशों ने सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को नया आयाम देने के लिए इस कॉरिडोर पर विचार किया है। इसके अलावा इंटरनेशनल नॉर्थ साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर को लेकर भी तीनों देशों ने बात की। बता दें कि आर्मीनिया के खिलाफ अजरबैजान ड्रोन का इस्तेमाल करता है। इसी से निपटने के लिए उसने भारत से पिनाका रॉकेट लॉन्चर लिया है ताकि ड्रोन्स को निशाना बनाया जा सके।

भारत के हथियार पसंद आने के पीछे कई वजहें हैं। पहली बात तो ये अन्य देशों के मुकाबले सस्ते में उपलब्ध हो रहे हैं। दूसरा इनको चलाना भी बेहद आसान है। बता दें कि आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच अकसर झ़ड़प होती रहती है। यहां पहाड़ी क्षेत्र को लेकर विवाद है जो कि सुलझता नजर नहीं आ रहा है। वहीं भारत सरकार ने 2025 तक 35 हजार करोड़ के हथियार बेचने का टारगेट रखा है। भारत और आर्मीनिया के बीच हथियारों को लेकर बड़ी डील हुई है।

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