रांची : राज्य में लगातार चल रही ईडी की कार्रवाई के खिलाफ आदिवासी समाज के लोग सड़कों पर उतर गए है. वे राजधानी रांची स्थित मोरहाबादी में जुट रहे हैं. ईडी की कार्रवाई के खिलाफ सड़कों पर उतरे आदिवासी समाज के लोग मोरहाबादी मैदान से राजभवन तक रैली निकालेंगे इसके बाद राजभवन के समक्ष वे इसका विरोध जताएंगे.आदिवासी समाज के लोगों का कहना है कि ईडी बीजेपी के इशारे पर राज्य की सरकार के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. बता दें, ईडी के अधिकारी 20 जनवरी को सीएम आवास पहुंचकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जमीन घोटाला मामले में पूछताछ करने वाली है.
आपको बता दें, 13 जनवरी 2024 को ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखकर भेजा था जिसमें जिसमें उन्होंने 5 दिनों के अंदर पत्र का जवाब मांगा था. और मामले में सीएम को अपना बयान दर्ज कराने को कहा था. अपने पत्र में ईडी ने मुख्यमंत्री को यह भी कहा था कि मामले में पूछताछ के लिए वे खुद जगह और समय निर्धारित करें. वहीं ईडी के पत्र के जवाब में 15 जनवरी को CM सचिवालय के द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तरफ से ईडी कार्यालय एक पत्र भेजा गया.
मुख्यमंत्री आवास में पहुंचकर मामले में पूछताछ करेगी ईडी
सूत्रों के मुताबिक, ईडी को सीएम सचिवालय की तरफ से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि ईडी 20 जनवरी (शनिवार) को मुख्यमंत्री आवास में आकर मामले में पूछताछ कर लें. मगर सीएम सचिवालय द्वारा भेजे गए पत्र की बातों का अबतक आधिकारिक कुछ भी खुलासा नहीं हो पाया हैं. आपको बता दें, जमीन घोटाला से जुड़े मामले में सीएम हेमंत को इससे पहले 7 बार समन भेजा था. लेकिन मामले में पूछताछ के लिए वे एक बार भी ईडी दफ्तर में पेश नहीं हुए थे. हालांकि 13 जनवरी को भेजे अपने पत्र में ईडी ने सीएम को पांच दिनों का समय देते हुए ईडी दफ्तर में मामले में पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है.
इससे पहले 7 बार मुख्यमंत्री को समन भेज चुकी है ईडी
आपको बता दें, 13 जनवरी को सीएम हेमंत को ईडी ने को पत्र भेजा था जिसमें कहा था कि ईडी द्वारा भेजे गए इस पत्र को PMLA की धारा 50 के तहत 8वां समन मानें. इसके साथ ही ईडी ने सीएम को पांच दिनों (16 से 20 जनवरी) का समय दिया देते हुए उपयुक्त जगह और समय बताने के लिए दो दिनों का समय दिया था. ईडी ने अपने पत्र में यह भी कहा था कि वे CM है लेकिन वे कानून से ऊपर नहीं है और उन्हें इसका पालन करना होगा. ऐसा नहीं करने पर ईडी कानूनी सम्मत भेजे गए समन का अनुपालन कराने के लिए बाध्य होगी. हालांकि ईडी ने सीएम को भेजे अपने 7वें समन में भी सीएम को कहा था कि वे मामले में पूछताछ के लिए जगह और समय का निर्धारण करें मगर उन्होंने समय और जगह नहीं बताए थे. बल्कि सीएम ने ईडी को पत्र लिखकर राजनीति और दुर्भावना से प्रेरित होकर काम करने और मीडिया ट्रायल करने का आरोप लगाया था.