उत्तरप्रदेश: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विद्यार्थी और शिक्षक अब देश-विदेश के 8200 से अधिक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों के शोध एवं अध्ययन से सम्बंधित सामग्री का ऑनलाइन अध्ययन कर सकेंगे. इसके लिए डीडीयू के केंद्रीय ग्रंथालय ने डेलनेट की सदस्यता ले ली.
डीडीयू के कमेटी हॉल में कुलपति प्रो पूनम टंडन को डेलनेट की निदेशक डॉ संगीता कौल ने सदस्यता सम्बंधी प्रमाण पत्र प्रदान किया. इसके साथ ही आईआईटी, आईआईएम, जेएनयू, दिल्ली यूनिवर्सिटी, एम्स तथा महत्वपूर्ण केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं राज्य विश्वविद्यालयों की लाइब्रेरी से शोध व अन्य सामग्री के अध्ययन का रास्ता साफ हो गया. डेलनेट एक लाइब्रेरी नेटवर्क है. देश-विदेश में इसके 8200 से अधिक शिक्षण संस्थानों के पुस्तकालय इसके सदस्य हैं.
इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि विद्यार्थियों के आकर्षण के केंद्र के रूप में केन्द्रीय ग्रन्थालय को विकसित किया जाएगा. अधिक से अधिक छात्रों को ग्रन्थालय की तरफ खींचने और पठन-पाठन तथा शोध के लिए उच्चस्तरीय वातावरण का निर्माण करने की कोशिश है. केंद्रीय ग्रंथालय को ऐसा बनाया जाएगा कि विद्यार्थी 24 घंटे लाइब्रेरी को खोलने की मांग करें. इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. शांतनु रस्तोगी, पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ विभाष कुमार मिश्र, प्रो. शोभा गौड़ आदि मौजूद रहे.
विद्यार्थियों को जल्द मिलेगी रिमोट एक्सेस की सुविधा
कुलपति ने बताया कि सभी विद्यार्थियों को रिमोट एक्सेस प्रदान करने के लिए सॉफ्टवेयर खरीदने की प्रक्रिया चल रही है. घर बैठे छात्र मोबाइल या लैपटाप पर देश-विदेश की पुस्तकें पढ़ सकेंगे. इसमें ई बुक्स और जर्नल भी होंगे. कोर्स के साथ ही ये प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी सहायक होगा.