बिहार : पूर्णिया बस स्टैंड की हालत खराब, आखिर प्रशासन कब देगी ध्यान?

बिहार राज्य का पूर्णिया बस स्टैंड सबसे व्यस्त बस स्टैंडों में गिना जाता है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर यहां सिर्फ शासन प्रशासन के हवा-हवाई दावे ही हैं. बस स्टैंड में ना तो साफ-सफाई का इंतजाम है.और ना ही जल निकासी की व्यवस्था. जिसके चलते बारिश के बाद जलजमाव हो जाता है. जिससे यात्रियों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं, इतने बड़े बस स्टैंड पर शौचालय की बात करें तो यहां सिर्फ एक शौचालय है. जिसमें भी गंदगी का अंबार लगा है. ये हालात तब हैं, जब इस बस स्टैंड से हर दिन सैकड़ों गाड़ियां निकलती हैं और हजारों यात्री यहां से सफर करते हैं.

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आस-पास गंदगी का अंबार हालांकि कुछ दिन पहले पूर्णिया के डीएम कुंदन कुमार ने स्टैंड का निरीक्षण किया था और इस स्टैंड को अंतर्राष्ट्रीय बस स्टैंड बनाने को लेकर डीपीआर तैयार करवाने की बात भी की गई थी. वहीं, अंतर्राष्ट्रीय बस स्टैंड तो दूर इस बस स्टैंड का कायाकल्प भी नहीं हो पाया है. हर चुनावी मौसम में नेता बस स्टैंड को दुरुस्त करने के वादे कर जाते हैं और चुनाव खत्म होते ही नेता अपने वादे और बस स्टैंड का रास्ता दोनों भूल जाते हैं.

आखिर प्रशासन कब देगी ध्यान पूर्णिया बस स्टैंड से सैकड़ों बस बिहार के साथ-साथ अन्य राज्यों के लिए चलती है, लेकिन सुविधाएं ना होने के चलते यहां से यात्रा करना लोगों के लिए जी का जंजाल बन जाता है. लोगों की मांग है कि जल्द सरकार इस बस स्टैंड पर अपनी नजर-ए-इनायत कंरे ताकि उनके लिए यात्रा आसान हो सके. आखिर कब तक इस तरह से लोग बस स्टैंड पर आने-जाने को मजबूर रहेंगे. बस स्टैंड की हालत देखकर ऐसा लगता है कि मानों एक स्वस्थ व्यक्ति भी बीमार हो जाए.

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